src='https://www.googletagmanager.com/gtag/js?id=G-892JG4KGS4'/> सुप्रभात मध्यप्रदेश - आज की मुख्य खबर ( Breking News) दिनाक 03/09/2021 दिन friday

सुप्रभात मध्यप्रदेश - आज की मुख्य खबर ( Breking News) दिनाक 03/09/2021 दिन friday


सुप्रभात मध्यप्रदेश - आज की मुख्य खबर ( Breking News) दिनाक 03/09/2021 दिन friday


सुप्रभात मध्यप्रदेश - आज की मुख्य खबर ( Breking News) दिनाक 03/09/2021 दिन friday




1-"आयुष आपके द्वार के तहत होगा औषधीय पौधों का वितरण

2-ओलिंपियन श्री विवेक सागर बने क्रिस्प के स्पोर्टस प्रमोटिंग ब्रांड एम्बेसडर

3-ग्रीन गणेश अभियान

4-"आयुष आपके द्वार के तहत होगा औषधीय पौधों का वितरण

5-93 मेगावाट न्यूक्लियर बिजली की उपलब्धता के लिए पावर परचेस एग्रीमेंट हस्ताक्षरित

6-जल जीवन मिशन में 2521 करोड़ से अधिक की योजनायें स्वीकृत

1-"आयुष आपके द्वार के तहत होगा औषधीय पौधों का वितरण


शासकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय के हर्बल गार्डन से होगा शुभारंभ




राष्ट्र वर्ष 2021-22 को आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है। आयुष विभाग द्वारा भी इस महोत्सव में अनेक गतिविधियाँ वर्षभर संचालित करने की योजना बनाई गई है। इसी के तहत विभाग "आयुष आपके द्वार'' कार्यक्रम से घरों में औषधीय पौधों के रोपण के लिये औषधीय पौधों का नि:शुल्क वितरण करेगा।

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Bhopal में कार्यक्रम का शुभारंभ सांसद सुश्री प्रज्ञा सिंह ठाकुर 3 सितम्बर को सुबह 12.30 बजे पं. खुशीलाल शर्मा शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के हर्बल गार्डन में करेंगी। इस मौके पर प्रमुख सचिव आयुष श्रीमती करलिन खोंगवार देशमुख भी उपस्थित रहेंगी। State में आयुष, उद्यानिकी, वन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सहयोग से प्रति जिला 1500 औषधीय पौधों का वितरण उद्यानिकी विभाग…







2-ओलिंपियन श्री विवेक सागर बने क्रिस्प के स्पोर्टस प्रमोटिंग ब्रांड एम्बेसडर




श्री Vivek Sagar Prasad ने क्रिस्प के DMIT सॉफ्टवेयर का किया शुभारंभ



क्या हमें अपनी स्वाभाविक जन्मजात प्रतिभाओं, क्षमताओं और शक्तियों की जानकारी है? क्या हम अपनी प्रतिभाओं के प्रति सजग है? केन्द्रीय सेंटर फॉर रिर्सच एण्ड इंडस्ट्रियल स्टाफ परफॉरमेस क्रिस्प द्वारा ऐसे ही एक सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है जिसकी मदद से फिंगर प्रिंट के द्वारा व्यक्तिव विशलेषण किया जा सकता है। 

गुरूवार को State के ओलिंपिक हॉकी खिलाड़ी श्री विवेक सागर ने श्यामला हिल्स स्थित क्रिस्प संस्थान में डरमैटोगलाइफिक्स मल्टिपल इंटेलीजेन्स टेस्ट (DMIT) सॉफ्टवेयर का शुभारंभ किया। इस अवसर पर श्री विवके सागर का फिगंर प्रिंट के माध्यम से ब्रेन मेंपिग भी किया गया। ओलिंपियन श्री विवेक सागर के सम्मान में गुरूवार को आयोजित कार्यक्रम में क्रिस्प संस्थान ने उन्हें स्पोटर्स प्रमोटिंग ब्रांड एम्बेसडर घोषित किया।



सम्मान हमेशा मोटिवेट करता है




ओलिंपियन हॉकी खिलाड़ी श्री विवेक सागर ने कहा कि खिलाड़ियों के लिए सम्मान हमेशा प्रोत्साहित करता है। हर क्षेत्र में शुरूआत में मुश्किलें आती है, लेकिन परिवार का सहयोग, प्रोत्साहन और खुद में कुछ कर गुजरने का जूनून सफलता की राह दिखाता है। 


श्री विवेक ने कहा कि क्रिस्प संस्थान द्वारा तैयार की गई नई आधुनिक वैज्ञानिक तकनीक (DMIT) अब State में नए टैलेंट को निखारने के मददगार साबित होगी। वर्तमान में State खेलों के क्षेत्र में आगे है और खेल विभाग में खिलाड़ियों को बेहतरीन सुविधाओं के साथ आधुनिक तकनीकों से लैस हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध है। क्रिस्प द्वारा शुरू किए गए (DMIT) सॉफ्टवेयर से छोटी उम्र के बच्चों को खेल में रूचि और उनकी क्या क्वालिटी है पता लग सकेगा। यह सॉफ्टवेयर टेलेंट सर्च में काफी मददगार साबित होगा।



स्पोटर्स एक बड़ी इंडस्ट्री है




क्रिस्प सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. श्रीकांन्त पाटिल ने कहा कि स्पोटर्स एक बड़ी इंडस्ट्री है। भारत युवाओं का देश है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के आत्म-निर्भर मध्यState की अवधारणा को पूरा करने में युवा शक्ति का सकारात्मक सहयोग आवश्यक है। 


उन्होंने ओलिंपियन श्री विवेक सागर को सम्मानित करते हुए कहा कि विवेक आज यूथ ऑइकन बन गए है। उनकी लगन और मेहनत ने उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाया है। श्री पाटील ने कहा कि क्रिस्प संस्थान द्वारा तैयार किए गए DMIT सॉफ्टवेयर विभिन्न प्रकार के एनालिसिस करता है। इस तकनीक से फिगंर प्रिंट की मदद से हमारे मस्तिष्क को जाना जा सकता है।



डीएमआईटी




क्रिस्प की डॉ. संस्कृति मिश्रा ने बताया कि डरमैटोग्लाइफिक्स मल्टिपल इंटलीजेन्स एनालिसिस एक विज्ञान है, जिसमें हाथों के फिगंर प्रिंट का अध्ययन किया जाता है। उन्होंने बताया कि पहले इस विधा का प्रयोग अपराध विज्ञान के लिए किया जाता था। इसके बाद इस अध्ययन का प्रयोग शारीरिक औार मानसिक रोग की पहचान करने के लिए किया जाने लगा।


 श्रीमती मिश्रा ने बताया कि इस दौरान ये पाया गया कि फिगंर प्रिंट का संबंध हमारे मस्तिष्क से होता है, फिगंर प्रिंट तथा मस्तिष्क का विकास भ्रूर्ण अवस्था में माता के गर्भ में ही 10वें से 12वें सप्ताह में हो जाता है। शोध में यह भी पाया गया कि जिस तरह की आकृतियाँ व्यक्ति के मस्तिष्क के विभिन्न भागों पर है, ठीक उसी प्रकार की एक समान छाप व्यक्ति की उगँलियों पर फिगंर प्रिंट के रूप में उपलब्ध है, जिसे न्यूरो मैगनेटिक इफेक्ट कहा जाता है।





विज्ञान महोत्सव का मेपकॉस्ट से शुभारंभ




युवा वैज्ञानिकों की प्रतिभा का उपयोग आत्म-निर्भर भारत के निर्माण में करे : केंद्रीय राज्य मंत्री सिंह



एमएसएमई को विज्ञान और प्रौद्योगिकी से समन्वय जारी-मंत्री श्री सखलेचा



आजादी के अमृत महोत्सव के तहत के स्टेट साइंस एंड टेक्नोलॉजी कार्यक्रम का विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् Bhopal में गुरुवार को वर्चुअल शुभारंभ करते हुए केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि हमारे यहाँ प्रतिभाओं की कमी नहीं है, लेकिन उन तक पहुँचना चुनौती है। युवा वैज्ञानिकों की प्रतिभा का उपयोग आत्म-निर्भर और भावी भारत के निर्माण में करना चाहिये। इसी



विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि सरकार अधोसंरचना, स्वास्थ्य एवं शिक्षा, रोजगार और ऊर्जा पर गंभीरता से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि विज्ञान उत्सव का आयोजन एक वर्ष तक सीमित न रहकर सतत चलना चाहिये। विज्ञान उत्सव को आम आदमी और सरकारों के बीच कड़ी की भूमिका निभाना चाहिये।



उन्होंने कहा कि मध्यState के युवा वैज्ञानिकों की एक सूची तैयार करना चाहिये, जिसका उपयोग उनसे सहयोग लेने में किया जा सकेगा। डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का प्राकृतिक रूप से विज्ञान में रूझान रहा है। वे चाहते हैं कि विज्ञान का लाभ विभिन्न क्षेत्रों को मिलना चाहिये। उन्होंने ने कहा कि भविष्य हाइड्रोजन आधारित अर्थ-व्यवस्था का है। इसके लिए हाइड्रोजन मिशन शुरू किया गया है।



विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी एवं एमएसएमई मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा कि मध्यState में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी से जोड़ने के लिए सीएसआईआर की 37 प्रयोगशालाओं द्वारा विकसित प्रौद्योगिकी का उपयोग किया गया है।


 उन्होंने बताया कि एमएसएमई की चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रयोग और विज्ञान का समावेश किया है। श्री सखलेचा ने कहा कि सरकार ने जिलेवार उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए ‘एक जिला एक उत्पाद’ योजना शुरू की है, जिसका उद्देश्य उद्योगों और स्व-रोजगार के अवसरों को बढ़ाना है।



वर्ष भर चलने वाले विज्ञानोत्सव में विचार मंथन के लिए 12 विषयों का चयन किया गया है। इस महीने का विचार मंथन का विषय‘ "एसटीआई इको सिस्टम फॉर आत्मनिर्भर भारत" चुना गया है। इसमें 20 राज्यों की विज्ञान परिषदे भाग ले रही हैं।



India Govt. की सचिव डॉ. रेणु स्वरूप ने कहा कि राज्यों की विज्ञान परिषदों का दायित्व है कि विज्ञान की उपलब्धियाँ और कार्यक्रमों का लाभ विविध सामाजिक-सांस्कृतिक परिवेश वाले लोगों तक पहुँचे। एडवाइजर डॉ. देवप्रिय दत्ता ने ‘एसटीआई इको सिस्टम फॉर आत्म-निर्भर भारत’ विषय पर उद्बोधन दिया।



परिषद के महानिदेशक डॉ. अनिल कोठारी ने ‘एसटीआई स्ट्रेंथ ऑफ मध्यState काउंसिल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलाजी’ विषय पर परिषद आजादी के अमृत महोत्सव के तहत पूरे State में वर्ष भर 200 कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। परिषद के कार्यकारी निदेशक श्री तस्नीम हबीब ने ‘मध्यState में वैज्ञानिक एवं प्रौद्योगिकी संस्थान’ विषय पर प्रेजेंटेशन दिया।





3-ग्रीन गणेश अभियान




एप्को में गणेश मूर्ति प्रशिक्षण 4 से 8 सितम्बर तक




पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (एप्को) द्वारा आगामी गणेश चतुर्थी को दृष्टिगत रखते हुए 4 से 8 सितम्बर, 2021 तक प्रतिदिन दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक नि:शुल्क शिविर का आयोजन किया जा रहा है। ग्रीन गणेश अभियान के तहत एप्को, पर्यावरण परिसर ई-5, अरेरा कॉलोनी में होने वाले शिविर में प्रतिभागियों को अपने हाथों से अपने लिये मिट्टी से गणेश प्रतिमा निर्माण का अवसर मिलेगा। प्रतिभागी अपने द्वारा निर्मित प्रतिमाओं को अपने साथ घर भी ले जा सकेंगे।



विशेषज्ञों द्वारा शिविर में गणेश सीड प्रतिमा निर्माण और उन्हें प्राकृतिक रंगों से सजावट की तकनीक का भी प्रशिक्षण दिया जायेगा। ये प्रतिमाएँ घर पर ही विसर्जित की जा सकेंगी। इससे पर्यावरण संरक्षण में लोगों का वैयक्तिक योगदान सुनिश्चित हो सकेगा। पीओपी से बनी मूर्तियों में रासायनिक रंगों का प्रयोग किया जाता है। विसर्जन में न तो ये मूर्तियाँ गलती हैं और रासायनिक रंग नदी-तालाब के जल को विषाक्त बनाते हैं। यह जल मानव स्वास्थ्य सहित जलीय जीव-जंतु और पेड़-पौधों के लिये अति हानिकारक होता है।







4-"आयुष आपके द्वार के तहत होगा औषधीय पौधों का वितरण




शासकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय के हर्बल गार्डन से होगा शुभारंभ




राष्ट्र वर्ष 2021-22 को आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है। आयुष विभाग द्वारा भी इस महोत्सव में अनेक गतिविधियाँ वर्षभर संचालित करने की योजना बनाई गई है। इसी के तहत विभाग "आयुष आपके द्वार'' कार्यक्रम से घरों में औषधीय पौधों के रोपण के लिये औषधीय पौधों का नि:शुल्क वितरण करेगा।



Bhopal में कार्यक्रम का शुभारंभ सांसद सुश्री प्रज्ञा सिंह ठाकुर 3 सितम्बर को सुबह 12.30 बजे पं. खुशीलाल शर्मा शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के हर्बल गार्डन में करेंगी। इस मौके पर प्रमुख सचिव आयुष श्रीमती करलिन खोंगवार देशमुख भी उपस्थित रहेंगी। State में आयुष, उद्यानिकी, वन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सहयोग से प्रति जिला 1500 औषधीय पौधों का वितरण उद्यानिकी विभाग की शासकीय नर्सरी से हितग्राहियों को किया जायेगा। 


India Govt. के निर्देशानुसार State में आयुष विभाग द्वारा 3 सितम्बर से यह गतिविधियाँ शुरू की जा रही हैं। किचन गार्डन में औषधीय पौधों को लगाने की अवधारणा अंतर्गत पूरे देश में 75 लाख पौधों का वितरण होगा।



आयुष मंत्रालय, India Govt. द्वारा शासकीय एवं निजी कार्यालय में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारी द्वारा वाई-ब्रेक एप 5 मिनट का योग प्रोटोकॉल डिजाइन और विकसित किया गया है। इस योग प्रोटोकॉल में आसन, प्राणायाम एवं ध्यान शामिल हैं। यह योग प्रोटोकॉल कर्मचारियों को कार्य-स्थल पर ब्रेक के समय अपनी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, तनाव कम करने, तरोताजा रहने और अपनी कार्य-क्षमता को बढ़ाने में सहायक होगा।



कार्यक्रम के तहत State के सभी उच्च माध्यमिक विद्यालय, स्नातक महाविद्यालयों के विद्यार्थियों के लिये 4 सितम्बर को आयुष प्रणाली के माध्यम से स्वस्थ जीवन-शैली पर व्याख्यान होगा। व्याख्यान के साथ संबंधित आयुष जागरूकता सामग्री का वितरण भी होगा। इस गतिविधि का उद्देश्य छात्रों को आयुष स्वास्थ्य देखभाल पद्धति के प्रति संवेदनशील बनाना है। इससे छात्र कम उम्र में ही आयुष जीवन-शैली अपना सकेंगे। साथ ही भारतीय पारम्परिक चिकित्सा पद्धति से अवगत होकर स्वस्थ भारत के निर्माण में सहभागी बनेंगे।



वैद्य आपके द्वार कार्यक्रम के जरिये नागरिकों को आयुष चिकित्सा सुविधा सहज रूप से प्रदान करने के लिये आयुष क्योर टेली-मेडिसिन एप द्वारा ऑनलाइन आयुष चिकित्सा पद्धतियों का परामर्श आयुष चिकित्सा विशेषज्ञ द्वारा दिया जा रहा है। साथ ही "योग से निरोग'' कार्यक्रम के तहत योग प्रशिक्षकों द्वारा ऑनलाइन योगाभ्यास भी कराया जा रहा है।







5-93 मेगावाट न्यूक्लियर बिजली की उपलब्धता के लिए पावर परचेस एग्रीमेंट हस्ताक्षरित




मध्यState को मिलेगी 15 वर्ष तक परमाणु बिजली




एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड और India Govt. के न्यूक्लियर पावर कार्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआईएल) के मध्य गत दिवस 93 मेगावाट बिजली क्रय करने के लिए एक पावर परचेस एग्रीमेंट (पीपीए) काकरापार में हस्ताक्षरित हुआ। मध्यState को गुजरात स्थि‍त काकरापार परमाणु विद्युत गृह से उत्पादित होने वाली बिजली में से 93 मेगावाट बिजली 15 वर्षों तक मिलेगी। 


मध्यState को प्राप्त होने वाली बिजली की वर्तमान दर 2.289 रुपये प्रति यूनिट है। पावर परचेस एग्रीमेंट पर एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी की ओर से मुख्य महाप्रबंधक श्री प्रमोद चौधरी और काकरापार के स्टेशन डायरेक्टर श्री ए. बी. देशमुख ने हस्ताक्षर किए। पावर मैनेजमेंट कंपनी की ओर से यह एग्रीमेंट बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की 99 वीं बैठक में लिए गए निर्णय के अनुपालन में किया गया है।



ऊर्जा मंत्री श्री Pradhuman Singh Tomar ने कहा है कि इस पावर परचेस एग्रीमेंट से मध्यState को 15 वर्षों तक सस्ती दर पर 93 मेगावाट बिजली उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि इस प्रदूषण रहित उपलब्ध होने वाली बिजली से कॉर्बन उत्सर्जन कम करने में मदद मिलेगी।



उल्लेखनीय है कि काकरापार परमाणु विद्युत गृह से पूर्व में किया गया 15 वर्षीय एग्रीमेंट वर्ष 2020 में समाप्त हो गया था, लेकिन काकरापार से उपलब्ध होने वाली बिजली की दर अन्य उपलब्ध होने वाली बिजली की दरों से कम थी, इसलिए इस एग्रीमेंट को पुन: 15 वर्षों के लिए हस्ताक्षरित किया गया है।









6-जल जीवन मिशन में 2521 करोड़ से अधिक की योजनायें स्वीकृत


ग्रामीण आबादी को नल कनेक्शन से जल प्रदाय के लिए खर्च होगी राशि



लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा ग्रामीण जल प्रदाय योजनाओं के लिए 2521 करोड़ 23 लाख 44 हजार रुपये की स्वीकृति जारी गई है। विभाग के मैदानी अमले द्वारा जल जीवन मिशन के मापदण्डों के अनुसार प्रक्रिया प्रारम्भ की जा रही है।



State की ग्रामीण आबादी शुद्ध पेयजल के लिए परेशान न हो, इसके लिए जल जीवन मिशन में तेजी से कार्य जारी हैं। जहाँ जलस्त्रोत हैं, वहाँ उनका समुचित उपयोग कर आसपास के ग्रामीण रहवासियों को पेयजल प्रदाय किया जायेगा। जिन ग्रामीण क्षेत्रों में जलस्त्रोत नहीं हैं वहाँ नये जल स्त्रोत निर्मित किए जायेंगे। ग्रामीण परिवारों के लिए पेयजल की व्यवस्था चरणबद्ध तरीके से 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य है।



राष्ट्रीय जल जीवन मिशन के अन्तर्गत State की समग्र ग्रामीण आबादी को घरेलू नल कनेक्शन से पेयजल की आपूर्ति किए जाने के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जल संरचनाओं की स्थापना एवं विस्तार के कार्य किए जा रहे हैं। स्वीकृत 2521 करोड़ रूपये से अधिक की राशि में 45 जिलों की जलप्रदाय योजनायें शामिल हैं। इन जिलों के लिए नवीन योजनाओं के साथ ही विभिन्न ग्रामों में पूर्व से निर्मित पेयजल अधोसंरचनाओं को नये सिरे से तैयार कर रेट्रोफिटिंग के अन्तर्गत भी कार्य किया जा रहा है।


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