सुप्रभात मध्यप्रदेश - आज की मुख्य खबर ( Breking News) दिनाक 04/09/2021 दिन Saturday
1-आरटीई के तहत नि:शुल्क प्रवेश के लिए संशोधित समय सारणी जारी
2-निजी विश्वविद्यालय रिसर्च को प्रोत्साहित करें : उच्च शिक्षा मंत्री Dr Mohan Yadav
3-मुख्य सचिव की अध्यक्षता में Madhya Pradesh ऊर्जा सरंक्षण भवन संहिता क्रियान्वयन समिति गठित
4-औद्योगिक क्षेत्रों में लगाए जाएं सोलर पेनल
1-आरटीई के तहत नि:शुल्क प्रवेश के लिए संशोधित समय सारणी जारी
School Education Department द्वारा शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए गैर अनुदान मान्यता प्राप्त अशासकीय स्कूलों में ऑनलाइन नि:शुल्क प्रवेश प्रक्रिया की संशोधित समय सारणी जारी की है। संचालक राज्य शिक्षा केंद्र श्री धनराजू एस ने बताया कि 6 सितंबर से 16 सितंबर 2021 तक पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन और त्रुटि सुधार के लिए विकल्प उपलब्ध रहेगा। ऑनलाइन आवेदन करने के पश्चात अभिभावक 7 सितंबर से 17 सितंबर 2021 तक पावती डाउनलोड और मूल दस्तावेजों का सत्यापन केंद्रों में सत्यापन करा सकेंगे।
श्री धनराजू ने बताया कि 23 सितंबर 2021 को पारदर्शी रैंडम पद्धति से ऑनलाइन लॉटरी खोली जायेगी। ऑनलाइन लॉटरी से आवेदकों को School का आवंटन किया जायेगा और चयनित आवेदकों को एस.एम.एस. से भी सूचित किया जाएगा। लॉटरी में चयनित आवेदक 14 सितंबर से 30 सितंबर 2021 के बीच आवंटन पत्र डाउनलोड करके आवंटित School में प्रवेश प्राप्त कर सकेंगे। प्रवेश लेते समय ही संबंधित प्राइवेट School द्वारा मोबाइल ऐप के माध्यम से एडमिशन रिपोर्ट भी दर्ज की जाएगी। सभी जिलों के कलेक्टर को नियम अनुसार और पूर्ण पारदर्शी तरीके से नियत समय अवधि में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन करते हुए कार्यवाही संपादित करने संबंधी निर्देश जारी किए गए हैं।
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2-निजी विश्वविद्यालय रिसर्च को प्रोत्साहित करें : उच्च शिक्षा मंत्री Dr Mohan Yadav
आरकेडीएफ की राष्ट्रीय पर्यावरण परिचर्चा में शामिल हुए उच्च शिक्षा मंत्री
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में निजी विश्वविद्यालयों की स्थापना के पीछे परिकल्पना यह है कि अपने संसाधनों से श्रेष्ठता सिद्ध करें, अन्य संस्थान उन्हें फॉलो करेंगे। निजी विश्वविद्यालय रिसर्च को भी प्रोत्साहित करें। मंत्री डॉ. यादव ने आज आरकेडीएफ विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पर्यावरण परिचर्चा को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि नए प्रयोग करने में कई बार कठिनाई आती हैं। बहुत सी परेशानियाँ भी आती है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने कर्म योग को आगे बढ़ाया। उनका मानना था कि समूची मानवता की सेवा करते हुए ईश्वर को प्राप्त किया जा सकता हैं, यही सच्चा कर्म योग है।
Madhya Pradesh निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष डॉ. भरत शरण सिंह ने कहा कि प्रकृति हमें दोहन की अनुमति तो देती है लेकिन शोषण की नहीं। हम पेड़-पौधों को अपने परिवार का अंग मांगते थे, बाग-बगीचे हमारे मांगलिक कार्य में शामिल थे, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से यह प्रवृत्ति समाप्त होती जा रही है।
इस अवसर पर पर्यावरणविद श्री अशोक पांडे ने कहा कि पर्यावरण के प्रति आस्था और आग्रह हमारी जीवन शैली का अंग रहा है। पर्यावरण संरक्षण हमारे जीवन का भाग था। हमारा जीवन पूरी सृष्टि को समग्रता के साथ देखता था, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में ऐसा हुआ कि हमें पर्यावरण की चिंता सताने लगी, हमें इस पर विचार करना चाहिए।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पर्यावरण संरक्षण समिति के राष्ट्रीय संयोजक श्री गोपाल आर्य ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने आगामी 10 वर्ष तक पर्यावरणीय संतुलन के लिए कार्य करने का निश्चय किया है। उन्होंने कहा कि जन, जंगल, जमीन, जानवर और जल को मिलाकर पर्यावरण बनता है। सभी से पर्यावरण संरक्षण का आव्हान करते हुए उन्होंने कहा कि पर्यावरण को देखने का दृष्टिकोण बदलना चाहिए। साथ ही पर्यावरण के प्रति संवेदनशील होना पड़ेगा और हमें अपना आचरण भी बदलना पड़ेगा।
कार्यक्रम को विश्वविद्यालय की कुलाधिपति डॉ. साधना कपूर और आरकेडीएफ ग्रुप के चेयरमैन सुनील कपूर ने भी संबोधित किया। मंत्री डॉ. यादव और अतिथियों ने विश्वविद्यालय परिसर में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने आचार्य जे.सी. बोस अनुसंधान पार्क का उद्घाटन भी किया।
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3-मुख्य सचिव की अध्यक्षता में Madhya Pradesh ऊर्जा सरंक्षण भवन संहिता क्रियान्वयन समिति गठित
राज्य शासन ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में Madhya Pradesh ऊर्जा संरक्षण भवन संहिता क्रियान्वयन समिति गठित की है।
समिति में अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा, नगरीय विकास एवं आवास, लोक निर्माण, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, पर्यावरण, संचालक नगर तथा ग्राम निवेश, परियोजना निदेशक या मुख्य अभियंता, मुख्य वास्तुविद लोक निर्माण, सचिव Madhya Pradesh विद्युत नियामक आयोग, प्रत्येक विद्युत वितरण कम्पनी से एक प्रतिनिधि, ऊर्जा कार्यकुशलता ब्यूरो भारत सरकार, विद्युत मंत्रालय के प्रतिनिधि, चयनित तीन तकनीकी विशेषज्ञ सदस्य होंगे। प्रबंध संचालक Madhya Pradesh ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड समिति के सदस्य सचिव होंगे।
समिति वाणिज्यिक भवनों एवं प्रतिष्ठानों में ऊर्जा दक्षता व ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए भवन के विभिन्न घटकों, प्रणालियों में मापदण्डों के अनुकूलन से ऊर्जा दक्षता मानकों को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन करेगी।
समिति द्वारा मुख्यत: ऊर्जा निष्पादन सूचकांक, क्षेत्रवार गर्म और शुष्क क्षेत्र, मिश्रित क्षेत्र के वर्गीकरण के लिए राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण भवन संहिता क्रियान्वयन समिति की सहायता के लिए ऊर्जा दक्षता ब्यूरो नई दिल्ली को सुझाव देना, विभागों, संस्थानो, भवन स्वामी एवं अन्य के निर्धारित उत्तरदायित्व के लिए शुल्क संरचना एवं वित्तीय व्यवस्था की संरचना लागू करना का कार्य किया जायेगा।
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4-औद्योगिक क्षेत्रों में लगाए जाएं सोलर पेनल
मंत्री श्री सखलेचा की उपस्थिति में औद्योगिक संगठनों को प्रोत्साहित करने के लिये इंदौर में कार्यशाला हुई
औद्योगिक क्षेत्रों में स्थापित इकाईयो के रुफ टाप पर सोलर पेनल से विद्युत उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए शुक्रवार को इंदौर में सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री ओमप्रकाश सकलेचा के मुख्य आतिथ्य में कार्यशाला सम्पन्न हुई। कार्यशाला में विभिन्न औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
कार्यशाला में प्रबंध संचालक ऊर्जा विकास निगम श्री विवेक पोरवाल ने औद्योगिक इकाईयो के रुफ टाप पर सोलर पैनल से विद्युत उत्पादन के लाभ के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने सोलर पैनल लगाने की प्रक्रिया, लागत आदि के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि क्लस्टर में सोलर पेनल लगाने से अधिक फायदे है। सोलर पेनल लगाने के लिये तकनीकी, वित्तीय एवं अन्य मदद भी मुहैया करायी जायेगी। कार्यशाला में जिज्ञासाओं का समाधान भी किया गया। बताया गया कि घरेलू और कॉमर्शियल दोनों तरह के प्लांट पर नेट मीटरिंग की सुविधा शुरु की गयी है। बिजली कम्पनी ने नेट मीटर उपलब्ध करवाने शुरू कर दिए हैं। यह सबके हित में है। बिजली की डिमांड कम होने से लोड घटेगा और बेहतर सप्लाई मिलेगी। कट और फॉल्ट कम होंगे। सोलर वाली बिजली सरकार को भी बेच सकेंगे। साथ ही सोलर प्लांट से वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड कम होगा।
रूफटॉप फोटोवोल्टिक (पीवी) सोलर पैनल से बिजली पैदा करने वाला पावर स्टेशन है जो किसी भी आवासीय या व्यावसायिक इमारत की छत पर स्थापित किया जा सकता है। रूफटॉप सोलर सिस्टम बिजली ना होने या पावर ओवरलोडिंग के समय उपभोक्ता की ऊर्जा निर्भरता को बढ़ावा देता है। बढ़ती ऊर्जा ज़रूरतों के लिए रूफटॉप सोलर सिस्टम जैसी नवीकरणीय प्रौद्योगिकी को उपभोक्ताओं के बीच बढ़ावा मिलना चाहिए। औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों से आग्रह किया गया कि वे क्लस्ट में अपने-अपने क्षेत्रों में रूफ-टाप सोलर पेनल लगवाये
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