सुप्रभात मध्यप्रदेश - आज की मुख्य खबर ( Breking News) दिनाक 25/08/2021 दिन Wednesday
आज के मुख्य समाचार के मुख्य बिंदु विस्तृत जानकारी के लिए पूरी पोस्ट पढिये
1-कोविड-19 का दूसरा डोज जरूरी क्यों?
2-गाँव के विकास से ही देश का विकास - राज्यपाल श्री पटेल
3-राज्यपाल ग्रामीणों की चौपाल पर पहुँचे और किया संवाद
4-विद्युत वितरण कंपनियों द्वारा मनाया जा रहा सोलर रूफटॉप अमृत महोत्सव
5-सेवा कार्यों से ही जीवन की सार्थकता
6-मुख्यमंत्री श्री Shivraj Singh Chouhan भोपाल से करेंगे टीकाकरण महाअभियान-2 का शुभारंभ
7-औद्योगिक इकाईयों को मिलेंगी जरूरी सुविधाएँ
8-होशंगाबाद में प्रदेश का अपनी तरह का इकलौते कैंसर अस्पताल का प्रारंभ करने के प्रयास
9-बाघ आंकलन 2022 की तैयारियाँ शुरू
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हम सभी ने विगत दो लहरों में देखा है कि कोरोना बीमारी लईलाज है तथा इसके खतरे इतने ज्यादा हैं कि कुछ लोग काल कवलित हो जाते हैं तथा जो जीवित बच जाते हैं वे किसी न किसी प्रकार की कमी से ग्रसित रहते हैं। नागरिकों के टीका न लगवाने वाले कारणों के विश्लेषण उपरांत जो बातें समक्ष आई हैं। उन्हें समझाइश के माध्यम से यह बताना जरूरी है कि टीकों के माध्यम से हमने विभिन्न बीमारियों पर विजय प्राप्त की है जैसे- पोलियो, टिटनस, स्मॉल पॉक्स इत्यादि।
कोरोना महामारी से पीड़ित हेल्थकेयर वर्कर्स के समूह में किये गये शोध के अनुसार जिन नागरिकों को कोविड- 19 टीके का प्रथम डोज लग चुका था उनकी एंटीबॉडी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) लगभग 40-60 प्रतिशत एवं जिनको दोनों डोज लग चुके हैं उनकी एंटीबॉडी 93 प्रतिशत के साथ अधिक मजबूत होना पाई गई है।
विश्लेषित आँकड़ों के अनुसार कोविड-19 के पूर्ण टीकाकरण अर्थात दोनों डोज के बाद नागरिकों में अस्पताल में भर्ती होने की दर में 95 प्रतिशत तथा संभावित मृत्यु दर में 98 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। यह आँकड़े ही बताते हैं कि जो लोग कोविड-19 टीके का प्रथम डोज प्राप्त कर द्वितीय डोज से वंचित रह गये हैं वे स्वयं जागरूक होकर आगे आयें एवं द्वितीय डोज अवश्य लगवायें। यह इसलिए भी जरूरी है कि पूर्ण टीकाकृत नागरिक ही कोरोना की संभावित तीसरी लहर से लड़ाई लड़ने में समक्ष रहेंगे। मात्र प्रथम डोज या जिन्होंने एक भी टीका नहीं लगवाया है। ऐसे नागरिकों को संक्रमण जल्दी पकड़ेगा और वह गंभीर भी हो सकेगा।
टीके पूर्णरूपेण सुरक्षित, प्रभावित एवं हानिरहित हैं अतः सभी नागरिक टीकों से नहीं बीमारी से डरें। समझदारी दिखायें और कोविड-19 टीके के दोनों डोज अवश्य लगवायें। वर्तमान में हमारे देश में शासकीय स्तर पर दो टीके दिये जा रहे हैं। पहला- कोवैक्सीन, जिसमें प्रथम डोज के बाद 28-42 दिन के अंतराल पर द्वितीय डोज तथा दूसरा- कोविशील्ड, जिसमें प्रथम डोज के बाद 84-112 दिन के अंतराल पर द्वितीय डोज दी जा सकती है।
मध्यप्रदेश आज की स्थिति में कोविड-19 के टीकाकरण में देश में कई प्रदेशों से आगे बना हुआ है। प्रदेश में 16 जनवरी 2021 से संचालित कोविड-19 टीकाकरण अभियान में प्रदेश में 18 से अधिक आयुवर्ग के लक्षित 5.49 करोड़ नागरिकों के विरुद्ध 23 अगस्त 2021 तक 3.35 करोड़ कोविड-19 प्रथम डोज (61 प्रतिशत) 65.93 लाख कोविड-19 द्वितीय डोज (12 प्रतिशत) लगे हैं। हेल्थकेयर वर्कर्स 8.93 लाख, फ्रंटलाईन वर्कर्स 9.50 लाख, 18 से 45 वर्ष के 2.11 करोड़ नागरिक, 45 से 60 वर्ष के 1.11 करोड़ नागरिक, 60 से अधिक आयु के 66.88 लाख नागरिकों का कोविड-19 टीकाकरण किया जा चुका है।
दिनांक 25-26 अगस्त 2021 को आयोजित कोविड-19 टीकाकरण महाअभियान को सफल बनाने के लिये समस्त तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। नागरिकों की सहायता के लिये 24x7 टॉल फ्री नंबर 104 एवं 1075 पर टीकाकरण तथा बीमारी संबंधित निःशुल्क चिकित्सीय परामर्श की सेवाएँ उपलब्ध कराई गई हैं। जहाँ टीकाकरण बीमारी से लड़ने का स्थाई साधन है लेकिन वहीं सभी नागरिकों से निवेदन है कि SMS- अर्थात सोशल डिस्टेंसिंग (2 गज की दूरी), मास्क (घर से घर तक), सेनेटाईजर (20 सेकेण्ड तक हाथ धोना) का पालन अवश्य करें।
2-गाँव के विकास से ही देश का विकास - राज्यपाल श्री पटेल
विदिशा के जनजातीय ग्राम घाटखेड़ा पहुँचे राज्यपाल
राज्यपाल श्री मंगु भाई पटेल ने कहा है कि देश का सच्चा विकास तभी होगा जब गाँवों का विकास होगा, उन्होंने जन-प्रतिनिधियों और शिक्षित युवाओं का आव्हान किया कि वे शासन की योजनाओं तथा कार्यक्रमों का लाभ वंचित समुदाय को दिलवाएँ। राज्यपाल मंगलवार को विदिशा जिले की सायर ग्राम पंचायत के जनजातीय बहुल गाँव घाटखेड़ी में विभिन्न योजनाओं का लाभ जनजातीय हितग्राहियों को वितरित करने के बाद ग्रामीणों को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह, क्षेत्रीय विधायक श्रीमती राजश्री रूद्रप्रताप सिंह उपस्थित थे।
राज्यपाल श्री पटेल ने बालिकाओं को शिक्षा और स्वास्थ्य पर जोर देते हुए कहा कि बालिकाओं को सशक्त बनाकर ही समाज और देश को सक्षम बनाया जा सकता है। उन्होंने जनजातीय बहुल गाँव आने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र तथा राज्य सरकार की आज अनेक कल्याणकारी योजनाएँ है। पहले या तो ऐसी योजनाएँ थी नही या सीमित थी।
उन्होंने आव्हान किया कि इन योजनाओं का क्रियान्वयन बिना भेदभाव के करें। उन्होंने कहा कि जनजातीय आबादी को उत्कृष्ट स्वास्थ्य और शिक्षा उपलब्ध करवाकर मुख्यधारा से जोड़े। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि वे आश्वस्त है कि अब योजनाओं का क्रियान्वयन पूरी गम्भीरता से हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रसव पूर्व से लेकर जीवन के हर क्षेत्र में सरकार की कल्याणकारी योजनाएँ है।
राज्यपाल ने शताब्दी की कोरोना जैसी विनाशकारी बीमारी में प्राणवायु की महत्ता बताते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण हमेशा से मानव जाति के बेहतर स्वास्थ्य में प्रभावी रहा है और समाज की जिम्मेदारी है कि वे वृक्षारोपण के साथ ही वनों को बचायें तथा प्रकृति प्रदत्त संसाधनों का संरक्षण करें। राज्यपाल श्री पटेल ने विभिन्न हितग्राहियों को योजनाओं के लाभ के प्रमाण-पत्र वितरित किये। उन्होंने स्कूली बच्चों को गणवेश, पुस्तकें आदि भी भेंट की। राज्यपाल ने विदिशा जिले के पर्वतारोही श्री संदीप चौकसे को भी सम्मानित किया।
जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री तोरण सिंह और शमशाबाद विधायक श्रीमती राजश्री रुद्रप्रताप सिंह ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में राज्यपाल का ग्रामीणों ने परम्परागत ढंग से स्वागत किया। कार्यक्रम के प्रारम्भ और अंत मे राष्ट्रगीत की धुन बजाई गई।
3-राज्यपाल ग्रामीणों की चौपाल पर पहुँचे और किया संवाद
राज्यपाल श्री मंगु भाई पटेल ने घाटीखेड़ी गाँव में ग्रामीणों से खुलकर संवाद किया। ग्रामीणों द्वारा लगाई गई चौपाल में श्री पटेल ने बिना किसी औपचारिकता के हर वर्ग के व्यक्तियों से उनकी कुशलक्षेम पूछी और उनके जीवन के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने जिला पंचायत के अध्यक्ष और क्षेत्रीय विधायक से कहा कि ग्राम में नल जल योजना और ग्राम में अंदरूनी रास्तों को और बेहतर करें। राज्यपाल ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि गाँव में 40 के आसपास प्रधानमंत्री आवास हैं। उन्होंने बच्चों से बात की और उनसे स्कूल जाने और नियमित पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर उन्होंने कई ग्रामीणों को अपनी तरफ से शाल भेंट की और बच्चों को फल वितरित किये।
4-विद्युत वितरण कंपनियों द्वारा मनाया जा रहा सोलर रूफटॉप अमृत महोत्सव
सोलर रूफटॉप लगाएं और सब्सिडी का लाभ उठाएं
भारत सरकार के नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्रालय एवं मध्यप्रदेश ऊर्जा विभाग के अंतर्गत म.प्र. मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी भोपाल, म.प्र.पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी जबलपुर एवं म.प्र.पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर द्वारा 23 एवं 24 अगस्त को सोलर रूफटॉप की जन-जागृति के लिए मनाये जा रहे अमृत महोत्सव में उपभोक्ताओं ने विशेष रूचि दिखाई।
इस अवसर पर मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा भोपाल शहर में ग्रुप हाउसिंग सोसायटी/रेसिडेन्सीयल वेलफेयर एसोसिएशन के माध्यम से आईएएस गेस्ट हाउस, सागर पर्ल, सागर लैंडमार्क, रीगल टाउन, अंसल प्रधान इन्क्लेव सहित एक दर्जन से अधिक रहवासी परिसरों में कैम्प लगाकर सोलर रूफटॉप के लिए उपभोक्ताओं में जन-जागृति के लिए कार्यक्रम, सेमिनार और शिविर आयोजित किये।
इन शिविरों में सोलर रूफटॉफ के मध्यप्रदेश में सभी पंजीकृत वेन्डरों ने सोलर रूफटॉफ को बढ़ावा देने के लिए उपभोक्ताओं को अपने परिसरों में सोलर रूफटॉप लगवाने की सभी जानकारी देते हुए सोलर रूफटॉप के लाभ के बारे में विस्तार से बताया और ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया।
( आप यह जानकारी हमारे Web pege https://www.youngyouthindiacareerknowlege.com OR YOUNG YOUTH INDIA CAREER KNOWLEDGE पर देख रहे है पोस्ट पसंद आई हें तो इसे अपने दोस्तो में शेयर करें ताकि अपने दोस्तों को भी इस पोस्ट के बारे में पता चल सके । और नीचे कमेंट करें कि आपको हमारी पोस्ट कैसी लगी।)
सोलर रूफटॉप : लाभ एक नजर में
o अपने घर/ग्रुप हाउसिंग सोसायटी की छत/लगी हुई खुली जगह पर सोलर पैनल लगायें और बिजली पर होने वाले खर्च को बचायें।
o सोलर पैनल से बिजली 25 साल तक मिलेगी और इसके लगाने के खर्च का भुगतान 4-5 वर्षों में बराबर हो जाएगा। इसके बाद अगले 20 वर्षों तक सोलर से बिजली का लाभ सतत् मिलता रहेगा।
o इससे कार्बन फुटप्रिंट कम होगा और पर्यावरण को लाभ मिलेगा।
o 1 कि.वा. सौर ऊर्जा के लिए लगभग 10 वर्ग मीटर की जरूरत होगी।
o 3 कि.वा. तक के सोलर प्लांट पर 40 प्रतिशत की सब्सिडी और 3 कि.वा. से 10 कि.वा. तक 20 प्रतिशत की सब्सिडी भारत सरकार द्वारा मिलेगी।
सोलर प्लांट लगाने पर खर्च
1 कि.वा. से ऊपर - 3 कि.वा. तक - 37 हजार रूपये प्रति कि.वा.
3 कि.वा. से ऊपर -10 कि.वा. तक - 39 हजार 800 रूपये प्रति कि.वा.
10 कि.वा. से ऊपर -100 कि.वा. तक - 36 हजार 500 रूपये प्रति कि.वा.
100 कि.वा. से ऊपर -500 कि.वा. तक - 34 हजार 900 रूपये प्रति कि.वा.
उक्त राशि में सब्सिडी शामिल है, सब्सिडी घटाकर एजेन्सी को भुगतान की जाने वाली राशि 3 कि.वा. के लिए 66 हजार 600 रूपये और 5 कि.वा. पर एक लाख 35 हजार 320 रूपये है।
o ग्रुप हाउसिंग सोसायटी को कॉमन सुविधा वाले संयोजन पर 500 कि.वा. तक (10 कि.वा. प्रति घर) 20 प्रतिशत की सब्सिडी मिलेगी।
कंपनी द्वारा अधिकृत एजेंसी, तकनीकी विवरण, सब्सिडी एवं भुगतान की जाने वाली राशि की जानकारी हेतु मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के निकटतम कार्यालय, कंपनी की वेबसाइट portal.mpcz.inके मुख्य पृष्ठ पर देखें या टोल फ्री नंबर 1912 पर संपर्क किया जा सकता है।
5-सेवा कार्यों से ही जीवन की सार्थकता
मुख्यमंत्री श्री चौहान से मिला सिख समाज प्रतिनिधि मंडल
मुख्यमंत्री श्री Shivraj Singh Chouhan से आज मंत्रालय में सिख समाज के प्रतिनिधि मंडल ने भेंट की। प्रतिनिधिमंडल में नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग, लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी मंत्री श्री बृजेंद्र सिंह यादव, विधायक श्री जजपाल सिंह जज्जी भी उपस्थित थे।
प्रतिनिधि मंडल द्वारा मुख्यमंत्री जी को आगामी 4 से 6 अक्टूबर के मध्य ग्वालियर में आयोजित गुरुद्वारा दाता बंदी छोड़ ग्वालियर के 400 वर्षीय विश्व स्तरीय शताब्दी समारोह कार्यक्रम का आमंत्रण दिया गया। इस अवसर पर सिख समाज ने संचालित सेवा कार्यों की जानकारी भी दी।प्रतिनिधि मंडल ने ग्वालियर के टेकनपुर में गुरुद्वारे की भूमि पर शिक्षण संस्थान प्रारंभ करने के संबंध में प्रस्ताव दिया।इसके अनुसार सिख समाज शिक्षण संस्थान की स्थापना में सहयोग देगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा की सेवा कार्यों से ही जीवन सार्थक होता है। सिख समाज के सेवा कार्य सराहनीय है। शासन द्वारा इन प्रयासों को प्रोत्साहित किया जाएगा और पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाएगा ।
इस अवसर पर श्री धर्म सिंह,बाबा लक्खा सिंह ग्वालियर, पंजाबी अकादमी की निदेशक नीरू सिंह ज्ञानी उपस्थित थीं।
समारोह की पृष्ठभूमि
ग्वालियर के किले पर स्थित गुरुद्वारा दाता बंदी छोड़ से इतिहास के अनेक प्रसंग जुड़े हैं। छठी पातशाही गुरु हरगोविंद सिंह साहब ने तत्कालीन बादशाह जहांगीर की कैद से 52 राजपूत राजाओं को स्वतंत्र करवाने का कार्य किया था। इस घटना के 400 वर्ष पूर्ण होने पर श्री अकाल तख्त साहिब अमृतसर के आदेश अनुसार बाबा सेवा सिंह ,कार सेवा खड़ूर साहिब गुरुद्वारा दाता बंदी छोड़ किला ग्वालियर ने समूह सिख संगत के सहयोग से यह विश्व स्तरीय समारोह की रुपरेखा बनाई है। इसमें विश्व के अन्य राष्ट्रों से भी गुरु नानक नाम लेवा संगत के अलावा सिख समाज के महापुरुष और अन्य समाज के संत जन भी उपस्थित होंगे। शताब्दी समारोह तीन दिवसीय होगा।
पंजाबी साहित्य अकादमी द्वारा समारोह की तैयारियां आरंभ
संस्कृति विभाग की पंजाबी साहित्य अकादमी की निदेशक नीरू सिंह ज्ञानी ने बतया कि अकादमी द्वारा समारोह की तैयारियां आरंभ कर दी गई हैं। श्री गुरु गोबिंद साहिब के व्यक्तित्व और कृतित्व पर चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। पंजाबी साहित्य अकादमी द्वारा विशेष प्रकाशन भी किए जा रहे हैं।
3151 गांवों के हर घर में पहुंचा नल से जल
प्रदेश के 3151 ग्रामों के हर घर में अब नल कनेक्शन के जरिये शुद्ध एवं पर्याप्त मात्रा में जल की आपूर्ति हो रही है। जल जीवन मिशन में प्रदेश की समूची ग्रामीण आबादी को नल कनेक्शन के माध्यम से जल उपलब्ध करवाने का कार्य प्रत्येक जिले में जारी है। अब तक स्थापित क्रियाशील घरेलू नल कनेक्शन (FHTC) के अनुसार प्रदेश की ग्रामीण आबादी की जलप्रदाय योजनाएँ त्वरित गति से पूर्ण की जा रही हैं, ताकि ग्रामीणों को योजना से लाभान्वित किया जा सके।
जल जीवन मिशन में 40 लाख 19 हजार नल कनेक्शन मुहैया करवाकर पूरी ग्रामीण आबादी के लिए निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध 33 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की जा चुकी है। घर-घर पेयजल की व्यवस्था के लिए चालू मिशन में निरन्तर विस्तार होता जा रहा है। प्रदेश की लगभग सवा पाँच करोड़ ग्रामीण आबादी के लिए एक करोड़ 22 लाख नल कनेक्शन दिए जाने का लक्ष्य है। जल जीवन मिशन में यह कार्य वर्ष 2023 तक पूर्ण किए जाने की समय-सीमा निर्धारित की गई है।
6-मुख्यमंत्री श्री Shivraj Singh Chouhan भोपाल से करेंगे टीकाकरण महाअभियान-2 का शुभारंभ
मंत्री श्री Vishvas Kailash Sarang ने किया स्थल निरीक्षण
मध्यप्रदेश में कोरोना से बचाव के लिये टीकाकरण महाअभियान-2 की शुरूआत 25 अगस्त से की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल से इसकी शुरूआत करेंगे। दो दिन चलने वाले इस महाअभियान में कोरोना वैक्सीन के द्वितीय डोज पर विशेष फोकस किया गया है। महाअभियान पहले दिन वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज लगाई जायेगी। दूसरे दिन वैक्सीन का केवल दूसरा डोज ही लगेगा।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने इस संबंध में आज स्थल निरीक्षण किया। जवाहर चौक स्थित जैन मंदिर में होने वाले टीकाकरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान शामिल होंगे। मंत्री श्री सारंग ने कार्यक्रम के आयोजन के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश संबंधितों को दिये। स्थल निरीक्षण के समय मंत्री श्री सारंग के साथ पूर्व मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता, कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया सहित जन-प्रतिनिधि एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे
हर वर्ग की भागीदारी से बिछेगा प्रदेश में उद्योगों का जाल : मुख्यमंत्री श्री चौहान
जो सबसे पीछे और नीचे हैं उनका उत्थान हमारी प्राथमिकता
नए उद्यमियों को अवसर देने उद्योग नीति में होंगे व्यवहारिक बदलाव
डिक्की की नेशनल काउंसिल मीट को मुख्यमंत्री श्री Shivraj Singh Chouhan ने किया संबोधित
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के लिए राज्य सरकार प्रदेश में उद्योगों का जाल बिछाने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा प्रयास है कि उद्यमशीलता की इस गतिविधि में समाज के हर वर्ग की बराबर की भागीदारी हो। संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने देश को संविधान देकर शिक्षित बनो, संगठित बनो और संघर्ष करो का मंत्र दिया। राज्य सरकार जो सबसे पीछे और नीचे हैं उनका संवैधानिक अधिकार, सुरक्षा और उन्हें प्रगति के सभी अवसर उपलब्ध कराने के लिए कृत-संकल्पित है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान दलित इंडियन चेम्बर ऑफ कामर्स एण्ड इंडस्ट्रीज (डिक्की) की नेशनल काउंसिल मीट को संबोधित कर रहे थे। होटल पलाश में आयोजित मीट में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री ओमप्रकाश सकलेचा, खाद्य, गरिक आपूर्ति मंत्री श्री बिसाहूलाल सिंह, डिक्की के संस्थापक पद्मश्री डॉ. मिलिंद काम्बले, राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री रवि कुमार नारा, ट्रायफेड के प्रबंध संचालक श्री प्रवीर कृष्ण,डिक्की के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अनिल सिरवैया उपस्थित थे। कार्यक्रम में केन्द्र तथा राज्य की योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई।
उद्योग नीतियों में आवश्यक सुधार किया जा सकता है
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में असीम संभावनाएँ हैं। खनिज, वन संपदा, कृषि उत्पादन, पर्यटन के क्षेत्र में उद्यमिता की व्यापक संभावनाएँ विद्यमान हैं। युवा वर्ग को उद्यमिता के लिए प्रेरित करने नीतियों को अधिक व्यवहारिक और सहयोगी बनाने के उद्देश्य से उद्योग नीतियों में आवश्यक सुधार किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में ज्ञानोदय विद्यालय तथा एकलव्य विद्यालय के माध्यम से अनुसूचित जाति-जनजाति के विद्यार्थियों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलब्ध कराई जा रही है। प्रदेश में वनोपज के न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था की गई है। देवारण्य योजना के माध्यम से जनजातीय बहुल क्षेत्रों में वहाँ के ईको सिस्टम के अनुसार परम्परागत औषधीय और सुगंधित पौधों को ऊगाने से लेकर उनकी प्रोसेसिंग, ब्रांडिंग, मार्केटिंग और विक्रय की सम्पूर्ण वैल्यू चेन विकसित की जा रही है।
युवाओं को उद्यमी के रूप में विकसित करना आवश्यक
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश के मनोहर श्याम की पेंटिंग और डिण्डौरी की रेखा पेंदराम द्वारा कोदो-कुटकी की ब्रांडिंग कर अपने उत्पाद को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए की गई पहल की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि युवाओं को सहायता ही पर्याप्त नहीं है। उन्हें आवश्यक मार्गदर्शन और प्रशिक्षण उपलब्ध कराकर उद्यमी के रूप में विकसित करना आवश्यक है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
जनजातीय युवाओं को उत्पादों की प्रोसेसिंग से जोड़ा जाए
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री बिसाहूलाल सिंह ने कहा कि खनिज सम्पदा के दोहन, वन सम्पदा के संग्रहण और कृषि उत्पादन में प्रदेश की जनजातियों का योगदान है। जनजातीय युवाओं को सहयोग, प्रशिक्षण और मार्गदर्शन उपलब्ध कराकर खनिज, वन और कृषि उत्पादों की प्रोसेसिंग से जोड़ना आवश्यक है।
प्रत्येक जिले में होगी उद्यमिता पर कार्यशाला
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक जिले में उद्यमिता पर कार्यशाला आयोजित की जा रही है। हमारा उद्देश्य सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग स्थापित करने के लिए युवाओं को जिला स्तर पर आवश्यक मार्गदर्शन उपलब्ध कराना है। कार्यक्रम को ट्रायफेड के प्रबंध संचालक श्री प्रवीर कृष्ण, डिक्की के संस्थापक डॉ. मिलिंद काम्बले और प्रदेश अध्यक्ष श्री अनिल सिरवैया ने भी संबोधित किया।
7-औद्योगिक इकाईयों को मिलेंगी जरूरी सुविधाएँ
मुख्यमंत्री श्री Shivraj Singh Chouhan से मिले अर्न इंडिया मैन्यूफेक्चरिंग के सीईओ श्री लेविटिन
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में किसी भी तरह की औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के लिए राज्य सरकार आवश्यक सुविधाएँ देने के लिए प्रतिबद्ध है। कोविड के दौर के बाद आर्थिक और वित्तीय क्षेत्र को जिस संबल की आवश्यकता है, उसे प्रदान करने में राज्य सरकार कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में अर्न इंडिया मैन्यूफेक्चरिंग के सह-संस्थापक और सीईओ श्री शाई लेविटिन से चर्चा कर रहे थे। इस अवसर पर संस्थान की वाइस प्रेसीडेंट श्रीमती आइरिस लेविटिन और पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान को श्री लेविटिन ने बताया कि वे मध्यप्रदेश में करीब 200 करोड़ रूपए के निवेश से एलइडी लाइट्स और स्मार्ट होम प्रोडेक्ट्स की इकाई की स्थापना के लिए इच्छुक हैं। इसके लिए उन्होंने इंदौर और निकटवर्ती औद्योगिक क्षेत्रों का भ्रमण भी कर लिया है। प्रस्तावित इकाई से करीब एक हजार लोगों को प्रत्यक्ष और एक हजार लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार प्राप्त हो सकेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान से भेंट के अवसर पर अर्न इंडिया मैन्यूफेक्चरिंग के श्री अरशद कुरैशी, श्री शैलेश शर्मा और श्री आकाश सिंघल भी उपस्थित थे। प्रमुख सचिव उद्योग श्री संजय शुक्ला ने प्रस्तावित निवेश के संबंध में प्रचलित प्रक्रिया की जानकारी दी।
8-होशंगाबाद में प्रदेश का अपनी तरह का इकलौते कैंसर अस्पताल का प्रारंभ करने के प्रयास
मुख्यमंत्री श्री चौहान को हिन्दुस्तान पेट्रोलियम ने दी जानकारी
मुख्यमंत्री श्री Shivraj Singh Chouhan ने कहा है कि प्रदेश में नागरिकों के हित में अन्य रोगों के बेहतर उपचार के साथ ही कैंसर जैसे रोग के नियंत्रण और उपचार के लिए भी निरंतर प्रयास किए जाएंगे। प्रदेश में स्थापित होने वाले कैंसर अस्पतालों को राज्य शासन द्वारा सभी सुविधाएँ दी जाएंगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज उनसे भेंट करने आए हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड के निदेशक मानव संसाधन श्री पुष्प जोशी से चर्चा में ये बात कही।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश के बड़े नगरों में कैंसर के उपचार के साथ ही जिला मुख्यालयों में भी आवश्यक अधोसंरचना के विकास के प्रयास किए जा रहे हैं। इस क्रम में होशंगाबाद में करीब 400 करोड़ रूपए के पूंजीगत व्यय से कैंसर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल की स्थापना के संबंध में केन्द्रीय कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेंन्द्र प्रधान से भी चर्चा हुई है।
होशंगाबाद में इसके लिए आवश्यक फीजिबिलिटी स्टडी की जा रही है। प्रस्ताव के अनुसार 100 बिस्तरीय सुसज्जित स्टेट ऑफ आर्ट कैंसर अस्पताल प्रदेश में अपनी तरह का एकमात्र अस्पताल होगा जो अन्य जिलों के लिए रेफरल सेंटर का कार्य करेगा। यही नहीं कैंसर के उपचार संबंधी प्रशिक्षण भी यहाँ उपलब्ध रहेगा। प्रमुख रूप से कैथ लैब कार्डियक सर्जरी, ओ.टी., कीमोथैरेपी, रेडियोलॉजी की सुविधाएँ अंतर्राष्ट्रीय स्तर की होंगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्री पुष्प जोशी से चर्चा में होशंगाबाद के प्रस्तावित कैंसर अस्पताल में रोगियों के परिजन के रूकने की व्यवस्था, डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए आवासीय क्वार्टर, सीएसआर फंड से अन्य आधारभूत व्यवस्थाओं, शासकीय उपचार योजनाओं की परिधि में आने वाले रोगियों को फ्री चिकित्सा, शेष रोगियों को कम दरों पर उपचार और टाटा मेमोरियल सेंटर से विशेषज्ञों के परामर्श और सहयोग के संबंध में विचार-विमर्श किया।
प्रस्ताव के अनुसार यह अस्पताल चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा नो प्रॉफिट नो लॉस के सिद्धांत पर संचालित होगा। ट्रस्ट में तेल क्षेत्र के संस्थानों और राज्य शासन के प्रतिनिधि ट्रस्टी सदस्य होंगे। अनेक दानदाता भी स्वैच्छिक रूप से अस्पताल स्थापना में सहयोग देने के लिए आगे आ रहे हैं।
9-बाघ आंकलन 2022 की तैयारियाँ शुरू
दो दिवसीय मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण
वन विभाग द्वारा अखिल भारतीय बाघ आंकलन 2022 की तैयारियाँ प्रदेशभर में शुरू की जा चुकी हैं। इस क्रम में मंगलवार के दिन वन मण्डल स्तरीय मास्टर ट्रेनर का दो दिवसीय प्रशिक्षण-सत्र नौरादेही अभ्यारण्य के मोहली और सतपुड़ा टाईगर रिजर्व के प्रशिक्षण शाला में प्रारंभ हुआ।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) श्री आलोक कुमार नौरादेही अभ्यारण्य में सागर, दमोह और जबलपुर जिलें के वन मण्डल के 22 अधिकारियों को बाघ आंकलन की गणना में प्रयोग आने वाली तमाम बारीकियों से अवगत कराते हुए प्रशिक्षित कर रहे हैं।
अपर मुख्य वन संरक्षक श्री शुभ रंजन सेन द्वारा सतपुड़ा टाईगर रिजर्व में होशंगाबाद, हरदा और बैतूल जिले के वन मण्डल और परियोजना मंडल के 32 अधिकारी-कर्मचारियों को प्रशिक्षक की भूमिका में रहकर अखिल भारतीय बाघ गणना के फेस-एक से संबंधित डाटा कलेक्शन के विभिन्न चरणों की बारीकियों को समझाया जा रहा है।
इस दो दिवसीय प्रशिक्षण में भारतीय वन्य जीव संस्थान और राज्य वन अनुसंधान WWW.INDIA के विशेषज्ञ भी अपने अनुभवों को साझा कर विभागीय प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षित कर रहे है।
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