दीक्षा पोर्टल पर निष्ठा के अंतर्गत हाई स्कूल/हायर सेकेण्डरी विद्यालयों के शिक्षकों का प्रशिक्षण।
. जैसा कि आपको विदित है कि भारत सरकार द्वारा दीक्षा (DIKSHA- Digital Infrastracutre for School Education) पोर्टल बनाया गया है। दीक्षा पोर्टल में शैक्षणिक सामग्री (पाठ्यपुस्तके तथा शिक्षक प्रशिक्षण) उपलब्ध है। शिक्षकों के ज्ञान व कौशल संवर्द्धन को और अधिक सुदृढ़ बनाने हेतुदीक्षा प्लेटफार्म का उपयोग करते हये निष्ठा (NISHTHA- National Initiative for School Head'sand Teacher's Holistic Advancement) के अंतर्गत हाई स्कूल/हायर सेकेण्डरी विद्यालयों के प्राचार्य एवं शिक्षकों के लिये प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ किये गये है। डिजिटल मोड में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम की विशेषताएं:
1. प्रशिक्षण की संरचना :
1.1 विषय विशेषज्ञों तथा शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत संस्थाओं के सहयोग से शिक्षक प्रशिक्षण के लिए श्रेष्ठ
सामग्री तैयार की गई है।
1.2 प्रत्येक कोर्स की संरचना ऐसी है जिससे सरल और रोचक तरीके से शिक्षकों को सीखने-सिखाने में
सहायता मिले।
1.3 शिक्षकों की वास्तविक आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर माड्यूल्स तैयार किये गये है। .
2. प्रशिक्षण का माध्यम व तरीकाः
2.1 प्रशिक्षण डिजिटल है, अत: इसे मोबाईल/डेस्कटॉप पर आसानी से किया जा सकता है।
2.2 इस प्रक्रिया से शिक्षक अपनी गति अनुसार, रोचक और आनंदमय तरीके से विषयवार कठिन अवधारणाओं
तथा सीखने-सिखाने की विधियो पर प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते है।
2.3 शिक्षकों की व्यस्तता एवं दिनचर्या को ध्यान में रखते हुये छोटे मॉडयूल्स तैयार किये गये है ताकि शिक्षक
अपनी सुविधानुसार एवं अपने सीखने की गति अनुसार प्रशिक्षण प्राप्त कर सकें।
2.4 प्रशिक्षण उपरांत प्रमाण पत्र दिए जाने का प्रावधान भी है।
3. डिजिटल प्रशिक्षण की प्रक्रियाः –
प्रशिक्षण सामग्री का फ्रेमवर्क नियमित प्रशिक्षण के फ्रेमवर्क को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इस कार्यक्रम में प्रत्येक माड्यूल को तीन भागों में बाँटा गया है
प्री वर्क- इसके अंतर्गत शिक्षकों को उनके पूर्व ज्ञान से जोड़ने और उनकी उस अवधारणा पर समझ को जानने के लिए कुछ विडियों का लेख दिए जाते हैं।
मॉड्यूल सत्र- इस भाग में अवधारणा को समझाने हेतु विडियों या लेख दिए जाते है, जिससे कक्षा के सजीव वित्रण से शिक्षकों को दिशा दी जाए।
पोस्ट वर्क- इस भाग में शिक्षक द्वारा अवधारणा पर उनकी कितनी समझ बनी इसका आकलन करने हेतु विडियो और लेख दिए जाते है। इसी के साथ इस मॉड्यूल की सहायता से वे किस प्रकार अपनी कक्षा को बेहतर बनाएंगे इस बात का भी फीडबैक लिया जाता है।
( आप यह जानकारी हमारे Web pege https://www.youngyouthindiacareerknowlege.com OR YOUNG YOUTH INDIA CAREER KNOWLEDGE पर देख रहे है पोस्ट पसंद आई हें तो इसे अपने दोस्तो में शेयर करें ताकि अपने दोस्तों को भी इस पोस्ट के बारे में पता चल सके । और नीचे कमेंट करें कि आपको हमारी पोस्ट कैसी लगी।)
__ निष्ठा के अंतर्गत आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में दो प्रकार के कोर्सेस उपलब्ध हैं।
1. सामान्य (Generic) कोर्स- समस्त प्राचार्य, विषय शिक्षक, सह अकादमिक स्टाफ (प्रयोग शाला शिक्षक,
खेलकूद शिक्षक, संगीत शिक्षक इत्यादि समस्त स्टाफ) के लिये अनिवार्य है।
1-Generic Courses Titles
2-Curriculum and Inclusive Education Developing Personal-Social Qualities for Facilitating HolisticDevelopment of Learners
3-Understanding Secondary Stage Learners: A Guidance and Counselling Approach
4 School Leadership Development for Secondary School Heads: Concepts and Applications
5 School-Based Assessment (including HPC concerns)
6 | Initiatives in School Education
7-Gender Issues in Education
8 - Integration of ICT In Teaching, Learning and Assessment
9-Vocational Education
10 | Health and Physical Education
11 | Art Integrated Learning
12 Toy-based pedagogy
2. विषय से संबंधित कोर्सेस
Pedagogy Courses Titles
1-13 A Pedagogy of English
2-13 B Pedagogy of
Hindi
3- 13 C Pedagogy of Urdu
4-13D Pedagogy of Sanskrit
5-13E Pedagogy of Mathematics (भौतिकी, गणित)
6- 13 F Pedagogy of Science (रसायन, जीव विज्ञान)
7-13 G Pedagogy of Social Sciences (इतिहास, राजनीति, कामर्स, अर्थशास्त्र, भूगोल, ग्रहविज्ञान, समाज शास्त्र इत्यादि)
3. उपरोक्त प्रशिक्षण समस्त प्राचार्य एवं समस्त शिक्षक संवर्ग चाहे वे किसी भी संस्था/कार्यालय में किसी भी
पद पर कार्यरत हों उन सभी के लिये अनिवार्य होगा। EPES शालाओं में (6-8 में अध्यापनरत) कार्यरत
माध्यमिक शिक्षक, उच्च श्रेणी शिक्षक, शिक्षक भी अनिवार्यतः प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।
4. डिजिटल प्रक्रिया से आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में शिक्षक अपनी गति अनुसार सीखने-सिखाने की
विधियो व विषयवार कठिन अवधारणाओं पर प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते है। प्रशिक्षण से संबंधित ब्रोशर तथा दीक्षा मोबाईल एप्प को गूगल प्ले स्टोर से डाऊनलोड करने उपरांत एजूकेशन पोर्टल के यूनिक आई.डी. तथा पासवर्ड से दीक्षा एप्प में लॉग-इन करने की प्रक्रिया पत्र के साथ संलग्न है।
समस्त हाई स्कूल/ हायर सेकेण्डरी स्कूल के प्राचार्य/ प्रभारी प्राचार्य, यह सुनिश्चित करें कि वे स्वयं एवं उनके विद्यालय में पदस्थ समस्त शिक्षकों ने प्रशिक्षण तथा अपने अध्यापन के विषय (13A-13G में से किसी एक विषय) में प्रशिक्षण पूर्ण कर लिया है। समस्त शिक्षकों की यूनिक आई.डी. संबंधी जानकारी दीक्षा पोर्टल पर उपलब्ध कराई जा चुकी है। अतः संचालनालय स्तर पर यह जानकारी उपलब्ध रहेगी कि किन-किन शिक्षकों ने प्रशिक्षण नहीं लिया है। प्रशिक्षण प्राप्त करना अनिवार्य होगा। प्रशिक्षण प्राप्त नहीं करने वाले शिक्षकों के विरूद्ध नियमानुसार कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जा सकेगी।
( आप यह जानकारी हमारे Web pege https://www.youngyouthindiacareerknowlege.com OR YOUNG YOUTH INDIA CAREER KNOWLEDGE पर देख रहे है पोस्ट पसंद आई हें तो इसे अपने दोस्तो में शेयर करें ताकि अपने दोस्तों को भी इस पोस्ट के बारे में पता चल सके । और नीचे कमेंट करें कि आपको हमारी पोस्ट कैसी लगी।)
0 टिप्पणियाँ
(क्या आपने इस पोस्ट पर अपना COMENT किया हें यदि (नही ) तो अभी करें। आपके विचार सार्वजनिक हैं।
धन्यवाद )